MP News: पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए लगाया वादाखिलाफी का आरोप
लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने पार्टी से दिया इस्तीफा लगाया वादा खिलाफी का आरोप, कांग्रेस को बताया जलता हुआ घर
MP News: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. क्योंकि पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे (EX Deputy Collector Nisha Bangre) ने कांग्रेस पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है. बता दे कि निशा कांग्रेस के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थी पर उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया. बाद में निशा बांगरे ने लोकसभा टिकट मिलने की उम्मीद लगा रखी थी पर कांग्रेस ने दूसरे प्रत्याशी को लोकसभा का टिकट दे दिया. जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
इतना ही नहीं पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने कहा कि कांग्रेस भरोसे के लायक नहीं है. बाबा साहब ने कहा था कि कांग्रेस जलता हुआ घर है. कांग्रेस ने बाबा साहब को भी टिकट नहीं दिया था कांग्रेस ने तब भी न्याय नहीं किया था और अब भी न्याय नहीं कर पा रही है.
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निशा बांगरे कांग्रेस के नाम पत्र लिखते हुए कहा कि बीते 6 महीने से कांग्रेस की नियत को करीब से आकलन कर मैंने यह पाया है कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे विधानसभा में टिकट देने का वादा किया 229 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किया और एक सीट आमला में मेरे लिए होल्ड पर रखने का केवल दिखावा कर समाज का वोट बटोरना चाहा और षड्यंत्र करके चुनाव लड़ने से मुझे रोक दिया. फिर मुझे लोकसभा का टिकट देने का वादा किया लेकिन इसमें भी मेरे साथ धोखा किया गया इसी के साथ ही निशा ने कांग्रेस पर कई वादाखिलाफी के आरोप लगाए हैं.
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निशा ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर (B. R. Ambedkar) ने कांग्रेस को जलता हुआ घर बताया था मैंने यह महसूस कर लिया कांग्रेस ने बाबा साहब को भी टिकट नहीं दिया था बल्कि उनके विरुद्ध प्रत्याशी खड़ा किया था. कांग्रेस ने तब भी न्याय नहीं किया था और कांग्रेस अब भी न्याय नहीं कर पा रही है.
निशा बांगरे तब चर्चा में आई थी जब उन्होंने डिप्टी कलेक्टर रहते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. चुनावी ख्वाहिश के चलते उन्होंने प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़ दी थी और जब कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो सामान्य प्रशासन को पत्र लिखकर निशा ने नौकरी वापस करने की मांग भी की थी.